भैंस- भोजन तथा पोषण

भैंस- भोजन तथा पोषण

पशुओं के लिए संतुलित आहार

जिस तरह किसी भी प्राणी के विकास के लिए संतुलित आहार का होना जरूरी होता है. उसी तरह भैसों को के विकास के लिए भी संतुलित आहार का होना काफी जरूरी होता है. संतुलित आहार के रूप में पशुओं को कई चीजें दी जाती हैं. एक पूरी बड़ी दुधारू भैंस को रोजाना लगभग तीन से चार किलो दाना ( दाने के रूप में गेहूँ, जौ, बाजरा, मक्का या अन्य अनाज ) मौसम के अनुसार देना चाहिए. दाने को हमेशा चक्की की सहायता से छोटे टुकड़ों में तोड़कर ही देना चाहिए. इसके अलावा खल और चोकर भी उचित मात्रा में दी जाती हैं.

संतुलित आहार तैयार करना

पशुओं को दिया जाने वाला संतुलित आहार बनाने के लिए मौसम में अनुसार गेहूँ, मक्का, जौ और बाजरे की लगभग 32 – 32 किलो मात्रा को छोटे टुकड़ों में तोड़कर आपस में मिला दें. इसके अलावा खल के रूप में सरसों, मूंगफली या अलसी की खल की लगभग 32 से 35 किलो मात्रा को भी दानों में मिला दें. उसके बाद प्राप्त मिश्रण में एक किलो नमक मिला दें. इस तरह प्राप्त उक्त मिश्रण में 32 किलो के आसपास चोकर (चुरी) जो गेहूं, चना और दालों से तैयार होती है, उसे मिश्रण में मिला दें. इन सभी के मिलाने से तैयार मिश्रण एक महीने तक एक पशु को दिन में दो बार गर्म कर दिया जाता है. जिसे उचित भागों में बाँट लेना चाहिए.

पानी की व्यवस्था

पशुपालन के दौरान बाकी पशुओं से ज्यादा पानी की जरूरत भैसों को होती है. क्योंकि भैसों को रोज़ निल्हाना पड़ता है. साथ भैसों को गाय और बकरी से ज्यादा पीने के लिए पानी की आवश्यकता होती है. जिसके लिए पशुपालन वाली जगह पर पानी की उचित व्यवस्था बनाने के लिए पम्प का होना जरूरी होता है. या फिर एक बड़े कुंड नुमा बना देना चाहिए.