गेहूं की फसल में खरपतवार प्रबंधन
- सकरी पत्ती : गेहूँसा एवं जंगली जई |
- चौडी पत्ती : बथुआ, सेंजी, कृष्णनील, हिरनखुरी, चटरी-मटरी, अकरा-अकरी, जंगली गाजर, ज्याजी, खरतुआ, सत्याशी आदि |
नियंत्रण के उपाय :
गेहूँसा एवं जंगली जई के नियंत्रण हेतु निम्नलिखित खरपतवारनाशी में से किसी एक रसायन की संस्तुत मात्रा को लगभग 500-600 लीटर पानी में घोलकर प्रति हे. बुआई के 20-25 दिन के बाद फ्लैटफैन नाजिल से छिडकाव करना चाहिए | सल्फोसल्फ्यूरान हेतु पानी की मात्रा 300 लीटर से अधिक नहीं होनी चाहिए |
- आइसोप्रोटयूरान 75 प्रतिशत डब्लू.पी. की 25 किग्रा. प्रति हे. |
- सल्फोसल्फ्यूरान 75 प्रतिशत डब्लू.जी. की 33 ग्राम (5 यूनिट) प्रति हे. |
- फिनोक्साप्राप–पी इथाइल 10 प्रतिशत ई.सी. की 1 लीटर प्रति हे. |
- क्लोडीनाफांप प्रोपैर्जिल 15 प्रतिशत डब्लू.पी. की 400 ग्राम प्रति हे. |
चौड़ी पत्ती के खरपतवार बथुआ, सेंजी, कृष्णनील, हिरनखुरी, चटरी–मटरी, अकरा-अकरी, जंगली गाजर, गजरी, प्याजी, खरतुआ, सत्यानाशी आदि के नियंत्रण हेतु निम्नलिखित खरपतवारनाशी रसायनों में से किसी एक रसायन की संस्तुत मात्रा को लगभग 500-600 लीटर पानी में घोलकर प्रति हे. बुआई के 25-30 दिन के बाद फ्लैटफैन नाजिल से छिडकाव करना चाहिए |
- 2-4डी मिथाइल एमाइन साल्ट 58 प्रतिशत एस.एल. की 1.25 लीटर प्रति हे. |
- कर्फेंन्टाजॉन मिथाइल 40 प्रतिशत डी.एफ. की 50 ग्राम प्रति हेक्टेयर |
- 2-4डी सोडियम साल्ट 80 प्रतिशत टेकनिकल की 625 ग्राम प्रति हे. |
- मेट सल्फ्यूरान इथाइल 20 प्रतिशत डब्लू.पी. की 20 ग्राम प्रति हे. |
सकरी एवं चौड़ी पत्ती दोनों प्रकार के खरपतवारों के एक साथ नियंत्रण हेतु निम्नलिखित खरपतवारनाशी रसायनों में से किसी एक रसायन की संस्तुत मात्रा को लगभग 300 लीटर पानी में घोलकर प्रति हेक्टेयर फ्लैटफैन नाजिल से छिडकाव करना चाहिए मैट्रीब्युजिन हेतु पानी की मात्रा 500-600 लीटर प्रति हे. होनी चाहिए
- पेंडीमेथलीन 30 प्रतिशत ई.सी. की 30 लीटर प्रति हे. बुआई के 3 दिन के अन्दर |
- सल्फोसल्फ़यूरान 75 प्रतिशत डब्लू.पी. की 33 ग्राम (5 यूनिट) प्रति हे. बुआई के 20-25 दिन के बाद |
- मैट्रीब्युजिन 70 प्रतिशत डब्लू.पी. की 250 ग्राम प्रति हे. बुआई के 20-25 दिन के बाद |
- सल्फोसल्फ्यूरान 75 प्रतिशत + मेट सल्फोसल्फ्यूरान मिथाइल 5 प्रतिशत डब्लू.जी. 40 ग्राम (50 यूनिट) बुआई के 20 से 25 दिन बाद |
- गेहूँ की फसल में खरपतवार नियंत्रण हेतु क्लोडीनोफाप 15 प्रतिशत डब्लू.पी. + मेट सल्फ्यूरान 1 प्रतिशत डब्लू.पी. की 400 ग्राम मात्रा प्रति हेक्टेयर की दर से 5 मिली. सर्फेकटेंट 375 लीटर पानी में घोलकर छिडकाव करना चाहिए |