उडद- बुवाई / रोपाई

उडद- बुवाई / रोपाई

उड़द के बीजो की रोपाई का सही समय और तरीका (Urad Seeds Right time and Method for Sowing)

उड़द के बीजो की रोपाई से पहले उन्हें थिरम या कार्बेन्डाजिम की उचित मात्रा से उपचारित कर लिया जाता है | इसके अतिरिक्त यदि बीजो की रोपाई राजोबियम कल्चर द्वारा की जाती है, तो उत्पादन में 15% तक की बढ़ोतरी देखने को मिलती है| राजोबियम कल्चर विधि द्वारा रोपाई करने से पहले बीजो को राइजोबियम की उचित मात्रा गुण और पानी के काढ़े में मिलाकर घोल को तैयार कर लिया जाता है, इस घोल से बीजो को 6 से 7 घंटे के लिए रख दिया जाता है | इसके बाद इन बीजो की रोपाई कर दी जाती है,यदि बीजो की रोपाई जायज़ के मौसम में की जानी है, तो उसके लिए 15 से 20 KG बीजो की आवश्यकता होती है | इसके अलावा खरीफ के मौसम में रोपाई करने के लिए 10 से 12 KG बीज ही लगते है |

उड़द के बीज खेत में तैयार की पंक्ति में लगाए जाते है| पंक्ति में रोपाई के लिए मशीन का इस्तेमाल किया जाता है | खेत में तैयार की गई पंक्तियों के मध्य 10 से 15 CM दूरी होती है, तथा बीजो को 4 से 5 CM की दूरी पर लगाया जाता है | खरीफ के मौसम में अधिक उत्पादन प्राप्त करने के लिए इसके बीजो की रोपाई जून के महीने में की जानी चाहिए | जायद के मौसम में अच्छी पैदावार के लिए बीजो को मार्च और अप्रैल माह के मध्य में लगाया जाता है |